Saturday, May 22, 2010

जब मैंने घर छोड़ा



आम के पेड़ो में आम लग चूका था ,मै  बगीचे में  अपने दोस्तों के साथ " कुकुहा " खेल रहा था ,तभी  मेरे घर के तरफ एक मोटर साईकिल जाती  हुई  दिखी मै समझ गया मेरे मंटू चाचा होंगे मै ....दौड़ते हुआ घर पंहुचा . मंटू चाचा मुझे देखते ही मुस्कुराये और मुझ से कहा जल्दी से तैयार हो जाओ चलना है .मै कुछ समझ नही पाया कहा जाना है ? किस लिए जाना है ?
...........................................
.....................
...........

अभी  आ रहा है ........

No comments:

Post a Comment